*T20 वर्ल्ड कप में भारत की जीत दक्षिण अफ़्रीका मीडिया में चर्चा अब तक गर्म है*
दक्षिण अफ़्रीकी मीडिया में क्रिकेट टीम के कप्तान एडेन मारक्रम के बयान, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह की बल्लेबाज़ी पर काफ़ी कुछ कहा जा रहा है.
खेल को देख कर ऐसा लग रहा था कि दक्षिण अफ़्रीका आराम से भारत को हराने जा रहा है लेकिन आख़िर के चार ओवरों में खेल पूरी तरह से बदल गया था.
शनिवार को फ़ाइनल मुक़ाबले में दक्षिण अफ़्रीका को सात रनों से हरा दिया था भरत ने… website टाइम्स लाइव ने एडेन मारक्रम का बयान छापा है, उन्होंने इस हार को दुखद और परेशान करने वाला बताया है.
मारक्रम ने कहा, ”यह क्रिकेट का कोई पहला मैच नहीं है! एक गेंद में एक रन, एक ओवर में 16 रन के रूप में बदल सकता है. ऐसे में एक बल्लेबाज़ के तौर पर आपकी योजना भी बदलती है. जब तक लक्ष्य हासिल नहीं हो जाता है, तब तक आप हर कोशिश कर रहे होते हैं लेकिन गेंदबाज़ भी अपने हिसाब से रणनीति बदलता है.
दक्षिण अफ़्रीका की हार पर उन्होंने कहा कि वह हताश हैं टीम की हार पर कहा कि वह काफ़ी निराश और दुखी हैं!!!
हमारा परफॉर्मेंस शानदार रहा है, लेकिन आख़िर में जो हुआ वो दुखद है. मुझे अपने सभी खिलाड़ियों पर गर्व है” यह एक ऐसा लक्ष्य है, जिसे आराम से हासिल किया जा सकता है. मैं अपने सभी खिलाड़ियों से बहुत ख़ुश हूँ. इस तरह हार को स्वीकार करना मुश्किल है लेकिन मुझे हमेशा अपने साथियो पर गर्व रहेगा. भारत ने आख़िर के तीन ओवर में 42 रन बनाए थे जबकि दक्षिण अफ़्रीका की टीम महज 18 रन ही बना पाई.
द साउथ अफ़्रीकन लिखता है कि जब क्लासेन और डेविड मिलर क्रीज़ पर थे तो दक्षिण अफ्रीका की जीत पक्की लग रही थी.
दक्षिण अफ्रीका को 30 गेंदों में 30 रन चाहिए थे और उसके छह विकेट बचे थे. 16वें ओवर में भारत ने हार्दिक पंड्या को गेंद थमाई और उन्होंने पहली ही गेंद पर क्लासेन को आउट कर दिया.
आख़िरी ओवर में 16 रन चाहिए थे. मिलर ने कोशिश की कि वो पांड्या की गेंदों को किसी तरह पार कर लें लेकिन फिर सूर्यकुमार के जबरदस्त कैच का शिकार हुए. दुर्भाग्य से, केशव महाराज और कागिसो रबाडा ने अंतिम पांच गेंदों पर तमाम कोशिशें तो कीं लेकिन तब तक ये मैच दक्षिण अफ्रीका के हाथ से जा चुका था.
*टोयाना कहते हैं कि*
कई वजहों से हम मैच हारे जैसे कि पहला ओवर जो हमने विराट कोहली को फेंका, वह फॉर्म में नहीं थे, फिर कई बाउंड्री मारे. उन्हें बहुत कमज़ोर गेंदें मिली थीं. हम कई सारी वजहें गिना सकते हैं लेकिन आख़िरकार सच यही है कि भारत चैंपियन है. हम सिर्फ़ सात रन से हार गए और अगर आप पूरा खेल देखें, तो बहाने बनाने के अलावा हमें पता है कि वो रन बनाए जा सकते थे.”हम आख़िरकार सिर्फ़ सेमीफ़ाइनल खेलने वाली टीम की छवि से बाहर निकल पाए. सात आईसीसी टूर्नामेंट के स्टेज फोर से हम बाहर हो चुके हैं.
आख़िरी चार ओवरों में 25 रन की ज़रूरत थी. क्लासेन ने हमें जीत दिलाने के लिए काफ़ी कुछ किया था लेकिन मिलर को हमें जीत तक पहुंचाना चाहिए था.”