गूगल की ओर से अपनी क्लाउड बेस्ड सर्विस को ज्यादा सिक्योर और उसकी प्राइवेसी को बढ़ाने के मकसद से एक बड़ी डील की जा रही है, जिसके तहत साइबर सिक्योरिटी फर्म Wiz को खरीदने की प्लानिंग कर रही है।

गूगल की ओर से अपनी क्लाउड बेस्ड सर्विस को ज्यादा सिक्योर और उसकी प्राइवेसी को बढ़ाने के मकसद से एक बड़ी डील की जा रही है, जिसके तहत साइबर सिक्योरिटी फर्म Wiz को खरीदने की प्लानिंग कर रही है। यह अल्फाबेट कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। ऐसी उम्मीद की जा रही है।

Apple

Apple के मुकाबले में गूगल को कमतर आंका जाता है। खासतौर पर सिक्योरिटी और प्राइवेसी के मामले में ऐपल प्रोडक्ट को हमेशा से बेहतर माना जाता है, यही वजह है कि ऐपल डिजाइस जैसे आईफोन को डिमांड हमेशा से ज्यादा रहती है। हालांकि अब ऐपल के मुकाबले में गूगल खड़ा हो गया है। गूगल अपनी डिवाइस की प्राइवेसी और सिक्योरिटी को बढ़ाने जा रहा है। इसके लिए गूगल की ओर से एक बड़ी डील की जा रही है।

गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की ओर से अब तक की सबसे बड़ा अधिग्रहण किया जा रहा है। उसकी तरफ से साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप Win को 23 बिलियन डॉलर (1,92,149 करोड़) में खरीदा जा रहा है। रायटर्स की मानें, तो अल्फाबेट का यह अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है।

Wiz स्टार्टअप

Wiz स्टार्टअप को इजराइल में स्थापित किया गया था, जिसका हेडक्वॉर्टर अब न्यूयार्क में है। यह क्लाउड बेस्ड सिक्योरिटी सॉल्यूशन का सबसे बड़ा मार्केट लीडर है। हालांकि यह सबसे युवा स्टार्टअप है। इसका वैल्यूएशन करीब 1,00,251 करोड़ है। इससे पहले अल्फाबेट ने सॉफ्टवेयर कंपनी HubSpot को खरीदा था।
Win के मौजूदा वक्त में करीब 900 कर्मचारी हैं, जो यूएस, यूरोप और एशिया और इजराइल में काम कर रहे हैं। अगर गूगल और Wiz की डील फाइनल हो जाती है, तो गूगल पैरेंट कंपनी क्लाउड बेस्ड सर्विस में दायरा बढ़ा जाएगा। इससे अमेजन और बाकी क्लाउड बेस्ट कंपनियों को जोरदार टक्कर मिलने की उम्मीद है।

इस डील के बाद गूगल की क्लाउड सर्विस की सिक्योरिटी बढ़ सकती है। अगर आप एंड्राइड यूजर्स हैं, तो आपको फायदा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि गूगल की तरफ से क्लाउड बेस्ड सर्विस को ज्यादा सिक्योर बनाया जा सकता है। बता दें कि जीमेल, गूगल, समेत अल्फाबेट की सभी कंपनियां क्लाउड बेस्ड सर्विस ऑफर करती है, जैसे जब आप जीमेल लॉगिन करते हैं, तो आपके सारे कॉन्टैक्ट फोन में आ जाते हैं, तो यह सारे कॉन्टैक्ट क्लाउड पर सेव होते हैं। जीमेल की ओर से क्लाउड बेस्ड 15 जीबी स्टोरेज दिया जाता है, जिसमें आप कोई भी फाइल को बिना सेव किए ऑनलाइन एक्सेस कर पाते हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में क्लाउड बेस्ड सर्विस की डिमांड बढ़ जाएगी। जल्द ही आपकी मेडिकल हिस्ट्री समेत आपके सारे डॉक्यूमेंट को ऑनलाइन एक्सेस किया जा सकेगा। इसके लिए सिक्योरिटी काफी अहम हो जाती है, क्योंकि अगर क्लाउड स्टोरेज फाइल का डेटा लीक होता है, तो गूगल पर बड़ा सवाल खड़ा होगा, जिसे रोकने के लिए गूगल यह डील कर रहा है।

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