One new electric car every 4 months: Jindals’ aggressive plans after MG Motor भारत के कारोबारी जिंदल को सायद ही कोई नहीं जानता होगा। यह भारत के बिकास के लिए समय समय से बहुत कुछ किया है जिस को भुलया नहीं जा सकता है। इसी क्रम में अब जिंदल automoblie के फील्ड में काम स्टार्ट करने जा रहे है। यह इलेक्ट्रिक कार बनाने को लेकर काफी उत्सुकता है इनके अंदर ताकि ये भी भारत के लिय कोई नई इलेक्ट्रिक कार देने का। जिंदल ने इलेक्ट्रिक कार बाजार में अपना कब्ज़ा ज़माने लिए पूरा मेहनत कर रहा है। इस साल सितम्बर से हर तीन से 6 महीने में एक नया कार देने का वादा किया है जिससे इलेक्ट्रिक कार बाज़र के तीन चौथाई पर कब्ज़ा कर सके
जिंदल ने बुधवार को कई बड़ी घोषणाओं के साथ एमजी मोटर के भारतीय कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की।
जिंदल स्टील के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा, “न केवल भारत के लिए बल्कि वैश्विक बाजारों में निर्यात किया जाता है।” “वह मेरा जुनून है, वह मेरा सपना है।”
जिंदल ने इसे भारत की नई ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन खंड के लिए ‘मारुति पल ‘ कहा, और बताया कि कैसे 80 के दशक की शुरुआत में बाजार के अग्रणी ने एक छोटी कार लॉन्च की, जिसने भारत के निष्क्रिय ऑटोमोबाइल क्षेत्र को सक्रिय कर दिया, जो अब दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा है।
जिंदल ने कहा, “हम भारतीय उपभोक्ताओं को वह दे सकते हैं जो वे चाहते हैं – किफायती कीमतों पर विश्व स्तरीय कारें।”
उत्पादन क्षमता को मौजूदा 1 लाख था उसको बढ़ा कर 3 लाख कारें प्रति वर्ष किया जाएगा।
इस इलेक्ट्रिक कार के चीनी कंपनी का भी हिसेदारी लेने के बारे में बतया गया।
चीनी कंपनी के मालिक SAIC की हिस्सेदारी लेने के बाद JSW भारत में MG का बहुसंख्यक शेयरधारक बन गया है, जिसे 2020 के लद्दाख संघर्ष के बाद भारत के डी-चाइना-आइज़ेशन नियम संशोधनों के बाद अपनी बहुमत हिस्सेदारी को कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा। कंपनी को अब JSW-MG मोटर इंडिया कहा जाएगा।
उन्होंने कहा, ”मैं वास्तव में भारत में विश्वास करता हूं।” उन्होंने कहा कि कंपनी प्रौद्योगिकी और पार्ट्स में गहन स्थानीयकरण पर काम करेगी।
जेएसडब्ल्यू के तरफ से कहा गया है की एमजी अपने कस्टमर का पूरा ध्यान रखेगी ताकि कस्टमर के बेसिक जरूरत को पूरा कर सके। जो लोगो का पूरा ध्यान रखेगा। जेएसडब्ल्यू के अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही, चार्जिंग पॉइंट सामान्य हो जाएंगे
पार्थ जिंदल ने कहा कि कंपनी का इरादा इस दशक के अंत तक भारत में एक तिहाई इलेक्ट्रिक कारें लाने का है।
पार्थ ने कहा, ”हमने हमेशा कार बनाने का सपना देखा था।” सज्जन जिंदल ने याद करते हुए कहा, “जब 2016-17 में नई तकनीक आई, तो हमने सोचा, यह हमारा अवसर है।”